मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन के नेताओं से दो टूक कहा कि वे सरकार द्वारा दो साल में पूरी की जा चुकी घोषणाओं औैर चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगो तक पहुंचाने में असफल हो रहे हैं। सीएम ने नसीहत देते हुए कहा कि संगठन के नेता सरकारी योजनाओं की किताबें पढ़ें औैर पूरी जानकारी लोगों तक पहुंचाएं।
राजीव भवन में जिलाध्यक्षों की बैठक में सीएम भूपेश ने कहा कि सिर्फ नौकरी देना ही रोजगार नहीं है बल्कि गौठान समितियों, महिला समितियों तथा ग्रामीण विकास के तहत दिए जा रहे काम भी रोजगार के साधन हैं। उन्होंने जिलाध्यक्षों के सवालों के जवाब भी दिए। सीएम ने कहा कि दो साल में सरकार ने कई नई योजनाएं शुरु की हैं तथा चुनावी घोषणा पत्र के अधिकांश वादे पूरे हो चुके हैं।
इन वादों की जानकारी औैर लोगों को इससे हो रहे लाभ के बारे में बताना संगठन के लोगो का काम है। उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम करने की नसीहत भी दी। वहीं प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने सरकार के सभी मंत्रियों को नसीहत देते हुए कहा कि दो साल बीत गए हैं अब सभी प्रदेश का दौरा कर अपने विभाग की योजनाएं लाेगों तक पहुंचाएं औैर इसकी मॉनिटरिंग भी करें कि लोग योजनाओं का लाभ ले पा रहे हैं कि नहीं।
पुनिया ने इसके लिए संगठन के पदाधिकारियों की मदद लेने के निर्देश भी दिए। 7 घंटे चली बैठक में 10 मंत्रियों ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया की मौजूदगी में जिलाध्यक्षों के सामने विभागीय योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया। पहली बार हुए इस तरह के प्रस्तुतिकरण में जिलाध्यक्षों ने मंत्रियों से सवाल जवाब भी किए। बैठक में मुख्यमंत्री समेत सभी 10 मंत्री शामिल हुए जबकि खाद्यमंत्री अमरजीत भगत औैर आबकारी मंत्री कवासी लखमा क्षेत्र में होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
जिलाध्यक्षों को बताकर करें दौरा
इस तरह की बैठक सभी जिले औैर ब्लॉकों में कराए जाने के निर्देश दिए हैं जिसमें संगठन के नेताओं के साथ मुख्यमंत्री औैर सभी मंत्री भी मौजूद रहेंगे। वहीं जिलाध्यक्षों ने शिकायत की कि संगठन के निर्देश के बाद भी जिलाध्यक्षों को जानकारी दिए बगैर ही मंत्री दौरे पर आ जाते हैं। पुनिया ने सभी मंत्रियों को संगठन के इस निर्देश का भी कड़ाई से पालन करने के लिए कहा है।
जिले व ब्लॉकों में भी होगी बैठकें, मंत्री बताएंगे योजनाओं के बारे में
बताया गया है कि राजीव भवन में आयोजित बैठक की तरह ही प्रदेश के सभी जिलों और ब्लॉकों में बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों में प्रदेश संगठन के नेता उपस्थित रहेंगे साथ ही मंत्रियों को वहां की बैठक में जाकर अपने विभागों की जानकारी देनी हाेगी। वहीं इन बैठकों में प्रभारी मंत्री की मौजूदगी अनिवार्य रहेगी। इससे संगठन के निचले स्तर तक योजनाओं की जानकारी होगी।