छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं के बच्चों की मेरिट लिस्ट अब उनके विषयों के नंबरों के आधार पर ही बनेगी। इसमें स्कूल में होने वाली अन्य एक्टिविटी के बोनस अंक नहीं जोड़े जाएंगे। ऐसा पहली बार किया जा रहा है। सोमवार की शाम इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी कर दिया। आदेश में साफ कहा गया है कि इस बार बोनस अंक जोड़कर मेरिट लिस्ट नहीं बनेगी। बच्चों को एनएसएस, एनसीसी, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने पर बोनस अंक दिए जाते रहे हैं।
मंडल की तरफ से कहा गया है कि 2 फरवरी को सामान्य सभा की बैठक में यह फैसला लिया गया गया था कि इस बार सिर्फ बच्चों की मार्कशीट में ही उनके बोनस नंबरों का टोटल होगा। यानी बोनस नंबर की मदद से छात्रों को पास होने में मदद मिलेगी, मगर मेरिट में लिस्ट में शामिल होने के लिए नहीं। बोनस के रूप में विभिन्न कैटेगरी में छात्रों को 10 से लेकर 20 नंबर तक बोनस के रूप में दिए जाते हैं।
बोनस का गणित
यदि किसी छात्र ने सभी विषयों में 470 नंबर हासिल किए बोनस के रूप में उसे 10 नंबर मिले, तो कुल प्राप्तांक 480 नंबर होता है। लेकिन मेरिट में 470 नंबर ही मान्य होगा। दसवीं-बारहवीं के छात्रों को एनसीसी, एनएसएस, खेलकूद समेत अन्य कैटेगरी में छात्रों को बोनस के रूप में 10 से 20 नंबर तक देने का प्रावधान है। अब विषयों में मिले नंबरों के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी।