छत्तीसगढ़ के बस्तर में आंध्र प्रदेश स्ट्रेन का खतरा बढ़ गया है। पड़ोसी राज्यों को जोड़ने वाली सभी सीमाएं सील हैं। चेकपोस्ट बनाकर जांच भी की जा रही है, पर ग्रामीण अब जंगल के रास्ते एंट्री कर रहे हैं। यह मजदूर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना मिर्ची तोड़ने के लिए गए थे। अफसरों को भी इसका पता है, लेकिन नक्सली इलाका होने के कारण उनके सामने भी समस्या है। ऐसे में बीजापुर और सुकमा जिला प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती आ गई है।
2 दिनों में 200 किमी का सफर तय कर बीजापुर पहुंचे ग्रामीण
लॉकडाउन के कारण अंतरराज्यीय परिवहन बंद है। जो वाहन आ रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों ने अपने घरों तक पहुंचने के लिए जंगल का रास्ता पकड़ लिया है। ये ग्रामीण बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और जगदलपुर से तेलंगाना के धर्माराम मजदूरी करने गए थे। मजदूरों ने बताया कि वे 2 दिन पहले सुबह निकले थे। दोपहर में पेड़ के नीचे रुकते और रात में फिर सफर शुरू होता। ऐसे में 200KM का सफर तय कर बीजापुर पहुंचे हैं।
REPORT BY
Govind Kumar